Bhains ko Gabhin Kaise Kare | Bhains ko Gabhin Karne ki Dawa Aur Desi Upay 13 tips | भैंस को गाभिन कैसे करें

Bhains ko Gabhin Kaise Kare Gabhin Karne ki Dawa Aur Desi Upay – पशुपालन व्यवसाय में अधिकतम लाभ के लिए पशु गाभिन होना आवश्यक है। लेकिन लेकिन दुधारू पशु में प्रजनन क्षमता की कमी के कारण, वे गर्भधारण नहीं कर पाते । इससे पशुपालक को काफी नुकसान का सामना करना पड़ता है|

भैंस बछड़ा पैदा नहीं कर सकतीं क्योंकि वे Gabhin नहीं होती हैं। और इसकी वजह से दूध का उत्पादन भी कम हो जाता है. अगर आप भी पशुपालक हैं. और आपकी भैंस Gabhin नहीं हो रही हैं. तो आज का आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। इसलिए हमारा आर्टिकल जरूर पढ़ें।

दोस्तों, आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि भैंस को कैसे Gabhin करें और Gabhin भैंस की पहचान कैसे करें। इसके अलावा इस विषय पर अन्य महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत की जाएगी।

भैंस को Gabhin कैसे करें

Bhains ko Gabhin Kaise Kare Gabhin Karne ki Dawa Aur Desi Upay 13 tips भैंस को गाभिन कैसे करें
  • यदि भैंस की बच्चेदानी में संक्रमण या सूजन हो। इसलिए भैंस Gabhin नहीं हो पातीं|
  • ऐसे में आपको तुरंत पशुचिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। यदि भैंस में कोई हार्मोनल समस्या उत्पन्न हो गई है।
  • इसलिए भैंस का गर्भधारण करना कठिन होता है।
  • इसके लिए आप पशुचिकित्सक की सलाह लेकर हार्मोन संबंधी विकार की जांच करा सकते हैं।
  • भैंस को गाभिन करने के लिए  अच्छा, पौष्टिक आहार प्रदान करें।
  • भैंस  को गर्भवती बनाने के लिए प्रतिदिन 50 से 60 ग्राम उच्च गुणवत्ता वाला खनिज युक्त आहार खिलाएं।
  • यदि भैंस को कीड़े लग गए हों। तो ऐसी स्थिति में भैंस गर्भधारण नहीं कर सकतीं।
  • इसलिए डॉक्टर की मदद से एंटीबायोटिक्स लें।
  • मादा और नर को अधिक से अधिक समय तक रखें।
  • इस उपाय से पशु के प्रजनन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

गर्भवती भैंस की पहचान कैसे करें

  • अगर भैंस Gabhin है. तो उसकी भूख कम हो जायेगी.
  • भैंस में खाने के प्रति रुचि कम हो जायेगी|
  • जब भैंस Gabhin हो बैचेन दिखाई देगी
  • वह खुद अपनी पेट पर लात मारती हैं.
  • तथा अपना शरीर किसी जगह से रगड़ती हुई दिखाई देगी.
  • जब भैंस गर्भवती होती हैं. तो समूह से अलग रहना पसंद करती हैं.
  • यदि भैंस के थनों में का भराव दिखाई दे रहा है. तो समझ लीजिए की भैंस गर्भवती हैं.
  • भैंस की योनि से कुछ तरल रिसाव निकल रहा है.
  • तो यह गर्भावस्था का संकेत है।
  • गर्भावस्था के दौरान भैंस का गर्भाशय बड़ा और मांसल हो जाता है।

भैंस को गाभिन होने की दवा / गाय को हीट में लाने का देसी उपाय

  • अगर भैंस हीट नही हो रही है. उन्हें हीट में लाने के लिए भूसी, बाजरा, चुन्नी, अरहर, खली, दाल आदि गर्म आहार खिलाना चाहिए।
  • गर्म आहार के अलावा 50 से 60 ग्राम खनिज युक्त आहार देना चाहिए।
  • भैंस को गर्भावस्था या गर्मी में लाने के लिए जनोवा या प्रजना नामक दवा दी जा सकती है। लेकिन इस दवाई का प्रयोग केवल तभी करें जब पशुचिकित्सक द्वारा सलाह दी जाए।

भैंस का गर्भकाल कितने दिन का होता है

भैंस का गर्भकाल 281 दिन से लेकर 334 दिन तक का होता हैं.

भैंस गर्भावस्था की समस्याओं की जानकारी

  • भैंस गर्भावस्था के दौरान सुस्त हो जाती है. तथा खानापीना छोड़ देती हैं.
  • भैंस के बैठने पर योनिद्वार गेंद की तरह दिखाई देता हैं. और खड़े होने पर योनिद्वार अंदर चला जाता हैं.
  • कभी कभी योनिद्वार पर भैंस को जलन भी होती हैं.
  • गर्भावस्था के दौरान भैंस के प्रजनन अंग बाहर लटकते रहते हैं.

निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताया की भैंस को गाभिन कैसे करें. भैंस को गाभिन होने की दवा तथा गर्भवती भैंस की पहचान कैसे करें  इस विषय में जानकारी प्रदान की हैं.

हम उम्मीद करते है की आज का हमारा यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित हुआ होगा. अगर उपयोगी साबित हुआ है. तो अधिक से अधिक पशुपालक भाइयों तक जरुर शेयर करे.

Bhains ko Gabhin Kaise Kare FaQs?

भैंस को हीट में लाने के लिए क्या खिलाएं?

गुड़ और तारामीरा तेल मिश्रण का प्रशासन:- अपने पशुओं को गुड़ और तारामीरा तेल का मिश्रण लगभग आधा किलो से एक किलो तक 5-7 दिनों तक देना चाहिए। कभी-कभी इस मिश्रण में थोड़ा सा नमक भी मिला दिया जाता है या कुछ लोग सौंफ, अजवाइन, सोंठ और गुड़ का पेस्ट बनाकर जानवरों को खिला देते हैं

भैंस गाभिन होने के क्या लक्षण है?

वह गर्भाशय में फूल जाता है और कुछ सक्रिय पदार्थ गर्भाशय से बाहर निकलने लगते हैं। पशु की हड्डी कठोर होती है, 2-3 इंच लम्बा गड्ढा होता है और पशु के कूल्हे की हड्डी के पास होता है। जानवर अक्सर पेशाब कर देता है। जानवर अपने अगले पंजों से ज़मीन को कुरेदना शुरू कर देता है।

भैंस का दूध बढ़ाने के लिए भैंस को क्या खिलाए

गेहूं के बीज, गुड़ का शर्बत (अवती), मेथी, कच्चा नारियल, जीरा, अजवायन का मिश्रण बनाकर गाय को ब्याने के बाद 3 दिन तक खिलाएं। इसके बाद भैंस को पर्याप्त चारा दिया गया। आप पाएंगे कि आपके भैंस की दूध उत्पादन करने की क्षमता हमेशा उत्तम रहेगी

भैंस की जेर गिराने के लिए क्या करें?

ब्याने से 1-2 माह पूर्व दाना मिश्रण के साथ लगभग 150-250 ग्राम सरसों का तेल रोजाना देना चाहिए। यह जेर के सही समय पर निकलने में सहायता प्रदान करता है। ब्याने के तुंरत बाद पशु को 0.5-1 किलो गुड़ व गेहूँ का दलिया देना चाहिए इससे जेर के निकलने में मदद मिलती है।

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